नई दिल्ली। जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) के प्रमुख लालदुहोमा मिजोरम के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं। शुक्रवार को 73 साल के लालदुहोमा ने शपथ ली। आइजोल के राजभवन में हुए एक समारोह में राज्यपाल ड. हरि बाबू कंभमपति ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। लालदुहोमा के साथ 11 अन्य विधायकों ने भी राजभवन में मंत्री पद की शपथ ली। इस मौके पर निवर्तमान मुख्यमंत्री जोरमथांगा भी मौजूद रहे।
जेडपीएम के नेता लालदुहोमा मिजोरम के छठे मुख्यमंत्री हैं। शपथ ग्रहण के बाद मिजोरम की जनता को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता राज्य के विकास के लिए कृषि उत्पादों की खरीद को सुनिश्चित करने के साथ ही वित्तीय संकट को दूर करना है। लालदुहोमा पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं। उन्हें 1982 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का सुरक्षा प्रभारी नियुक्त किया था। 1984 में लालदुहोमा ने पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। वो कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। उन्होंने 1988 में स्थानीय नेताओं से खटपट के बाद कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। बाद उन्हें दल-बदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य घोषित कर दिया गया।
लालदुहोमा ने 2018 में 6 पार्टियों का विलय करके जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) बनाई। ZPM का ये दूसरा चुनाव था जिसमें उन्होंने सबको धूल चटाते हुए सरकार बना ली। मिजोरम की 40 सीटों में से ZPM ने 27 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट यानी MNF के हिस्से मात्र 10 सीटें आईं। कांग्रेस पार्टी को महज एक सीट पर ही कामयाबी मिली जबकि बीजेपी 2 सीट जीतने में कामयाब रही। जेडपीएम के प्रमुख लालदुहोमा मिजोरम के सेरछिप सीट से चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे हैं।