-अरविंद कुमार
पणजी। गोआ में चल रहे अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म समारोह में भाग ले रहे विश्व प्रसिद्ध अभिनेता माइकल डगलस ने कहा है कि जब वह कॉलेज में पढ़ते थे तब उन्होंने फिल्म के कोर्स में प्रख्यात फिल्म निर्देशक सत्यजीत रे की फिल्मों के बारे में पढ़ा था और अब उन्हें उनके नाम पर पुरस्कार लेते हुए प्रसन्नता और गर्व का अनुभव महसूस हो रहा है। श्री डगलस ने आज यहां पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रेस कांफ्रेंस में यह बात कही। इस अवसर पर उनकी पत्नी कैथरीन जेटा जोंस और उनकी बेटी किर्क डगलस भी मौजूद थीं।
गौरतलब है कि माइकल डगलस को कल फ़िल्म समारोह में प्रतिष्ठित सत्यजीत रे स्मृति पुरस्कार से नवाजा जाना है।
दो बार अकादमी पुरस्कार विजेता श्री डगलस ने अपने कॉलेज दिनों को याद करते हुए कहा कि जब वह फिल्म कोर्स का अध्ययन कर रहे थे तो उन्होंने सत्यजीत रे कि पाथेर पांचाली और चारुलता फिल्म का भी अध्ययन किया था और तब से वह उनके प्रशंसक हैं। अब उन्हें उनके नाम पर पुरस्कार प्राप्त करते हुए अपार प्रसन्नता हो रही है और गर्व का अनुभव हो रहा है ।
उन्होंने कहा कि सत्यजीत रे की फिल्में बहुत दिलचस्प हुआ करती थीं और यथार्थ का चित्रण करती थीं। उनकी महानता इस बात में थी कि वह फ़िल्म निर्देशक ही नहीं बल्कि लेखक, फ़िल्म संपादक, संगीतकार सब कुछ थे। उन्होंने कहा कि दुनिया में सभी लोग सिनेमा की भाषा को समझ लेते हैं और सिनेमा विश्व को जोड़ता है। सिनेमा लोगों को एक दूसरे के निकट लाता है। यही इस उद्योग का जादू, सौंदर्य और आनंद है। इसलिए इस माध्यम को मैं पसंद करता हूँ।
विश्व सिनेमा में भारत की बढ़ती हुई जगह पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज दुनिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर के कार्यकाल में भारत मेंफिल्मों के निर्माण पर पिछले कुछ वर्षों से अधिक खर्च हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया मे भारतीय फिल्मों की पूछ बढ़ रही है और इस फ़िल्म समारोह से भी पता चलता है जिसमें 75 विदेशी फिल्में दिखाई जा रहीं हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह भारतीय फिल्म प्रोजेक्ट के साथ काम करेंगे, उन्होंने कहा कि शैलेन्द्र सिंह ने एक योजना बनाई है अभी उसके स्क्रिप्ट का अध्ययन कर रहा हूँ। उनकी अभिनेत्री पत्नी जेटा जोन्स ने भारत के साथ अपने सम्बन्धों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत मुझे प्यारा देश लगता है। जब मैं डेढ़ साल की थी तब एक भारतीय डॉक्टर ने मेरी जान बचाई थी। उन्होंने लंच बॉक्स फिल्म को अपनी पसंदीदा फ़िल्म बताते हुए बॉलीवुड की फ़िल्मों में काम करने की इच्छा भी जताई। उन्होंने कहा कि उन्होंने लंच बॉक्स दो बार देखी और उस फिल्म ने मुझे छू लिया।