रेवंत रेड्डी ने शपथ लेने के तुरंत बाद दो फाइलों पर दस्तखत किए। पहली फाइल कांग्रेस की तरफ से दी गईं 6 गारंटियों की थी। दूसरी फाइल में एक दिव्यांग महिला को नौकरी देने का वादा किया गया। तेलंगाना का गठन 2014 में हुआ था। तब से लेकर 2023 तक दो बार केसीआर मुख्यमंत्री रहे। इस साल हुए विधानसभा चुनाव में केसीआर को हार मिली और रेवंत रेड्डी के रूप में राज्य को नया मुख्यमंत्री मिला है।
इस मौके पर आइए कांग्रेस की उन 6 गारंटियों पर जिसने बीआरएस को सत्ता से बेदखल कर दिया।
महालक्ष्मी स्कीम – महिलाओं को हर महीने 2500 रुपए और 500 रुपए में गैस सिलेंडर। साथ ही राज्य परिवहन TSRTC की बसों में मुफ्त यात्रा की घोषणा।
राज्य के सभी किसानों को रायतु बंधु योजना के तहत 15 हजार रुपए प्रति एकड़ की वित्तीय सहायता और कृषि मजदूरों को 12 हजार रुपए देने का वादा।
ज्योति योजना के तहत हर परिवार को 200 यूनिट बिजली फ्री।
इंदिरम्मा इंदलु स्कीम – उन परिवारों को घर के लिए जमीन और 5 लाख की वित्तीय सहायता जिनके पास घर नहीं है।
युवा विकासम योजना – छात्रों को 5 लाख की सहायता, इसका उपयोग वे कॉलेज की फीस जमा करने में कर सकेंगे।
चेयुथा स्कीम- बुजुर्गों और कमजोर वर्ग के लोगों को 4 हजार रुपए की पेंशन दी।
जाहिर है कि तेलंगाना में कांग्रेस की इन 6 गारंटियों के लागू होने से लोगों की जिंदगी थोड़ी आसान हो जाएगी।