सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आज लोकसभा में अपने ऊपर हापुड़ में हुए हमले को लेकर मोदी और योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ये हमला देश में बढ़ रहे रैडिकलाइजेशन यानी चरमपंथी सोच का नतीजा है। उन्होंने सरकार से पूछा, ‘इस कांड में पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम यानी यूएपीए क्यूं नहीं लगाया गया?‘
मोदी-योगी सरकार पर नफरती तत्वों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने जेड प्लस सिक्योरिटी लेने से इंकार किया। उन्होंने जेड कैटेगरी की सुरक्षा लेने से इंकार करते हुए कहा कि हमें जेड नहीं, ए कैटेगरी का शहरी बनाइए। हमें सुरक्षा के बीच घुटन में जानी पसंद नहीं है। ओवैसी ने लोकसभा में कहा कि आखिर इस तरह का जहर कैसे लोगों में पैदा किया जा रहा है। यह सोचने की बात है। समाज में डिरैडिकलाइजेशन किया जाना चाहिए।
ओवैसी ने कहा कि चुनाव प्रचार बंद नहीं करेंगे। उन्होंने दोनों आरोपियों, सचिन पंडित और शुभम के
खिलाफ यूएपीए लगाने की मांग भी सरकार से की। गाजियाबाद के डासना के पास गुरुवार की शाम ओवैसी की गाड़ी पर नजदीक से फायरिंग की गई थी। सीसीटीवी की फुटेज के आधार पर गोली चलाने वाले दो युवकों को पकड़ा गया है। दोनों आरोपियों को आज 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं। जिनमें ये बताया गया है कि सांसद असदुद्दीन ओवैसी की गाड़ी पर फायरिंग करने वाले युवक बीजेपी के कार्यकर्ता हैं और वो ओवैसी के भाषणों से खासे नाराज थे। दोनों आरोपियों की बीजेपी के कई आला नेताओं के साथ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर देखी जा सकती हैं। जिनमें मुख्यमंत्री योगी और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ की तस्वीरें भी शामिल हैं।