रेलवे भर्ती परीक्षा को लेकर बिहार बंद खासा सफल रहा। बिहार के तमाम विपक्षी दलों ने छात्रों के समर्थन में बंद को कामयाब बनाया। बंद का खासा असर बिहार के सभी जिले में देखने को मिला। बंद के चलते बिहार का सामान्य यातायात कई जगह अवरूद्ध रहा। इससे पहले बीजेपी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने एक बयान जारी कर कहा कि आरआरबी-एनटीपीसी रेलवे भर्ती परीक्षा को लेकर केंद्र सरकार ने छात्रों की सभी मांगें मान ली है। लिहाजा उन्हें थोड़ा इंतजार करना चाहिए।
आरआरबी-एनटीपीसी रेलवे भर्ती परीक्षा को लेकर हुए बवाल के बाद बिहार की विपक्षी पार्टियां छात्रों के समर्थन में सुबह से सड़कों पर नजर आईं। इसमें लेफ्ट पार्टी के नेताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। पटना, गया, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, आरा सहित बिहार के सभी शहरों में जगह-जगह रास्तों को जाम कर दिया गया। सड़कों पर टायर जलाकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। विपक्षी नेताओं ने इस मौके पर कहा कि रेलवे के 35 हजार पदों के लिए अगर सवा करोड़ छात्र आवेदन कर रहे हैं तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि देश में बेरोजगारी की समस्या कितनी गंभीर हो गई है।
छात्रों की मांग ती कि आरआरबी परीक्षा के रिजल्ट में धांधली की गई है और एनटीपीसी परीक्षा के नियम अचानक बदल दिए गए। इसी वजह से छात्रों का गुस्सा भड़का। छात्रों की मांग थी कि आरआरबी प्रारंभिक परीक्षा के नतीजे 20 गुना निकलने चाहिए। साथ ही एनटीपीसी परीक्षा एक ही बार में होने चाहिए। केंद्र सरकार ने छात्रों की इन मांगों को मान लिया है।