नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंडिया एलायंस को धोखा देते हुए बीजेपी के समर्थन से आज 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। बीजेपी के सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा नए मंत्रिमंडल में डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। नीतीश कुमार के साथ एनडीए सरकार के कई मंत्रियों को भी शपथ दिलाया गया।
तीन दिनों की गहमागहमी के बाद आज सुबह नीतीश कुमार ने राजभवन जाकर अपना इस्तीफा राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर कौ सौंप दिया। और पुरानी सरकार के समाप्त होने का एलान कर दिया। इसके बाद बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई जिसमें नीतीश कुमार को एनडीए का नेता चुना गया। फिर नीतीश कुमार बीजेपी नेताओं के साथ राज्यपाल के पा जाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया।
महागठबंधन से बाहर निकलने के एलान और सरकार बनाने का दावा पेश किए जाने के बाद राजभवन के राजेंद्र मंडप में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने नीतीश कुमार को सीएम पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके बाद एनडीए सरकार के मंत्रियों को शपथ दिलाया गया। उनमें बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, डॉ प्रेम कुमार, विजय चौधरी, विजेंद्र यादव, सुमित कुमार, संतोष सुमन ने मंत्री पद की शपथ ली।
नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री के शपथ लेते ही एनडीए की सरकार एक बार फिर बिहार में सत्ता में आ गई। नीतीश के शपथ लेते ही बिहार का राजभवन जय श्री राम और मोदी-मोदी के नारों से गूंजने लगा। इस मौके पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, चिराग पासवान, पशुपति कुमार पारस, उपेंद्र कुशावाहा भी मौजूद थे।
नीतीश कुमार के ताजा कदम को कांग्रेस ने राजनीतिक अवसरवाद बताया है। वहीं आरजेडी ने नीतीश कुमार को पलटू राम बताते हुए कहा है कि खेल अभी बाकी है।