-विमल कुमार
हनुमान- हे प्रभु! आपको मैं एक ब्रेकिंग न्यूज़ सुनाता हूं।
राम- क्या है पवनसुत? अब कौन सी खबर आ गई!
हनुमान- महाराज! आपको पता नहीं अब तो चारों शंकराचार्य ने भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
राम- अरे! यह तो अच्छा नहीं हुआ। आखिर वे क्यों नाराज है?
हनुमान- प्रभु! वे नाराज इसलिए हैं क्योंकि शास्त्र के अनुसार प्राण प्रतिष्ठा नहीं हो रही है।
आपको मालूम है कि प्राण प्रतिष्ठा सपत्नीक किया जाता है। लेकिन आपको तो मालूम है साहब जहां जाते हैं वहां अकेले ही जाते हैं उन्होंने अपनी पत्नी को वर्षों पहले छोड़ दिया है। ऐसे में यह प्राण प्रतिष्ठा शास्त्रसम्मत नहीं मानी जाएगी।
राम- जो भी हो, हनुमान! यह अच्छा नहीं हो रहा है। मुझे तो यह सब देखकर बहुत तकलीफ हो रही है। आखिर प्राण प्रतिष्ठा के नाम पर यह राजनीति क्यों शुरू हो गई। सुना कि कांग्रेस ने भी बॉयकाट किया है। विपक्षी दल भी नहीं जा रहे हैं।
हनुमान- महाराज! आपको पता है बॉलीवुड के सितारे आ रहे हैं तो जाहिर है शंकराचार्य को नाराज होना स्वाभाविक है। प्राण प्रतिष्ठा से बॉलीवुड का क्या संबंध? मुझे तो लगता है कि बॉलीवुड वाले अब आप पर एक और फिल्म बनाएंगे। अभी पिछले दिनों आप पर एक हाईं टेक फिल्म तो बनी थी जो बुरी तरह पिट गई। अब संभव है कि वह प्राण प्रतिष्ठा पर एक फिल्म बनाएं।
राम- हनुमान यह भी सुना है कि एक ऐसी अगरबत्ती लाई जा रही है जिसकी खुशबू 50 किलोमीटर तक फैलेगी।
हनुमान- हां महाराज! आपने सही सुना है वह अगरबत्ती जलेगी तो आपको भी उसकी खुशबू महसूस होगी। पूरा वातावरण खुशनुमा होगा। चारों तरफ गंध ही-गंध होगी। भले ही राजनीति में दुर्गंध फैल गई हो।
राम- हनुमान! हमने तो यह भी सुना है इस पूरे आयोजन में 400 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं।
हनुमान- सही सुना है। आपके समय में कितना खर्च हुआ था। कोई रिकार्ड है।
राम- मैंने तो बैंक से कर्ज लेकर किया था।
हनुमान- जमाना बदल गया प्रभु! क्या पता साहब ने भी वर्ल्ड बैंक से कर्ज लिया हो।
राम- सुना है कि लोगों से अयोध्या में न आने की अपील की जा रही है तो ऐसे में हम और तुम वहां कैसे जाएंगे?
हनुमान- यह समस्या तो है लेकिन क्या किया जाए अगर हम वहां नहीं गए तो यहीं से प्राण प्रतिष्ठा का लाइव टेलीकास्ट देखेंगे।
राम- ठीक ही कह रहे हो हनुमान! इसी में हमारी तुम्हारी भलाई है। कौन भीड़भाड़ में धक्के खाएगा और पता नहीं वहां पर कोई हम लोगों को पूछेगा भी या नहीं। इसलिए बेहतर है हम लोग टीवी पर प्राण प्रतिष्ठा का लाइव टेलीकास्ट देखेंगे।और उसी का ही आनंद उठाएंगे। जरा टी वी सेट चेक कर लो।ठीक है न?
(Disclaimer: प्रभु श्रीराम और हनुमानजी के बीच ये काल्पनिक संवाद है)