– अखिलेश सुमन
नई दिल्ली। गाजा में जारी संघर्ष में आज एक महत्वपूर्ण घटना घटी है। इज़राइल सरकार और हमास ने 45 दिनों की लंबी लड़ाई ने बाद एक अस्थायी युद्धविराम की घोषणा की है। यह समझौता कतर और मिस्र के मध्यस्थता में चली लंबी और जटिल वार्ता के बाद सामने आया है। समझौते में गाजा पट्टी में बँधक बने इज़राइली नागरिकों के बदले इज़राइली जेलों में बंद फिलिस्तीनी लोगों की रिहाई शामिल है। रिहाई की प्रक्रिया अगले कल से शुरू हो जाएगी।
आज तड़के इज़राइल सरकार की तरफ से जारी एक बयान में सभी बंधकों की वापसी सुनिश्चित करने की घोषणा की गई। सूत्रों के अनुसार, इज़राइली मंत्रिमंडल ने बुधवार की सुबह “हमास” के साथ एक विनिमय सौदे को मंजूरी दी, जिसके अनुसार गाजा पट्टी में हमास की गिरफ्त से 50 इज़राइली कैदियों को रिहा किया जाएगा। हमास ने भी गाजा से करीब 50 महिलाओं और बच्चों को रिहा करने के लिए अपनी सहमति की पुष्टि की है। लेकिन हमास का ये भी कहना है कि बंधकों की रिहाई के बदले इज़राइली जेलों में बंद 150 फिलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों की भी रिहाई होगी।
हालांकि इजरायल ने समझौते की पूरी शर्ते घोषित नहीं की हैं, लेकिन हमास के मुताबिक निम्नलिखित शर्तों पर ये समझौता हुआ है:
— दोनों पक्षों द्वारा युद्धविराम। गाजा पट्टी के सभी क्षेत्रों में इजरायली सेनाओं द्वारा सभी सैन्य कार्रवाइयां बंद और गाजा पट्टी में प्रवेश करने वाले उनके सैन्य वाहन पर रोक।
— उत्तर और दक्षिण में, गाजा पट्टी के सभी क्षेत्रों में मानवीय, राहत, चिकित्सा और ईंधन सहायता के सैकड़ों ट्रकों का प्रवेश।
— कब्जे के बंदियों में से 19 वर्ष से कम उम्र के 50 महिलाओं और बच्चों की रिहाई, बदले में हमारे लोगों के 19 वर्ष से कम उम्र के 150 महिलाओं और बच्चों की रिहाई।
— चार दिनों के लिए दक्षिण में सभी कब्जे वाले हवाई यातायात को रोकना।
— प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक, 6 घंटे के लिए उत्तर में सभी हवाई यातायात को रोकना।
— युद्धविराम की अवधि के दौरान, कब्जे वाले गाजा पट्टी के सभी क्षेत्रों में किसी पर भी हमला या गिरफ्तारी नहीं।
— सलाह अल-दीन सड़क के साथ उत्तर से दक्षिण तक लोगों की आवाजाही की स्वतंत्रता।
ताजा समझौते के तहत रिहाई की प्रक्रिया अगले 24 घंटों में शुरू तो हो जाएगी, लेकिन इन शर्तों के साथ सभी बंधकों की रिहाई के बाद क्या होता है, यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न बना हुआ है। हालांकि घोषित युद्धविराम की शर्तों के पूरा होने से भविष्य की वार्ताओं और आपसी विश्वास बहाली के लिए आधार तैयार होने की उम्मीद बंधी है। कतर और मिस्र के कूटनीतिक प्रयास, स्थायी समाधानों के लिए संवाद को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण होंगे। इससे गाजा में मानवीय और आर्थिक स्थिति की बहाली के साथ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक माहौल भी आने वाले भविष्य के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
हालांकि दोनों पक्षों ने आवश्यकता पड़ने पर शत्रुता फिर से शुरू करने की तत्परता व्यक्त की है। इजरायल सरकार ने अपने बयान में कहा कि “इज़राइल सरकार, आईडीएफ और सुरक्षा सेवाएं सभी बंधकों को वापस लाने और हमास का पूर्ण उन्मूलन करने करने के लिए युद्ध जारी रखेंगी ताकि गाजा से इज़राइल को कोई नया खतरा नहीं होगा।” वहीं हमास ने कहा है, “हम युद्धविराम समझौते की घोषणा करते हुए इस बात की पुष्टि करते हैं कि हमारे हाथ ट्रिगर पर रहेंगे और हमारी विजयी बटालियनें हमारे लोगों की रक्षा करने और कब्जे और आक्रमण को पराजित करने के लिए सतर्क रहेंगी।”
बहरहाल माना जा रहा है कि बंधकों के सफल हस्तांतरण के बाद अधिक सार्थक विमर्श का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों और संस्थाओं ने इस युद्ध विराम को तनाव कम करने और अधिक स्थायी समाधान के लिए अनुकूल स्थितियां निर्मित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना है। दिलचस्प ये है कि जहां हमास ने कतर और मिस्र को इस अस्थायी युद्धविराम का श्रेय दिया है, वहीं इज़राइल ने इसके लिए किसी भी देश या समूह का नाम नहीं लिया है।