आपको ये जानकर हैरानी होगी कि कोरोना महामारी और आर्थिक संकट से जूझ रहे देश में चुनावी चंदा देने वालों की कोई कमी नहीं है। बीते 1 जनवरी से 10 जनवरी के बीच भारतीय स्टेट बैंक से रिकॉर्ड 1213 करोड़ के इल्क्टोरल बॉन्ड खरीदे गए हैं। जिनमें से 784 करोड़ 84 लाख रुपए मूल्य के चुनावी बॉन्ड दिल्ली की संसद मार्ग शाखा से राजनीतिक दलों के खातों में ट्रांसफर भी कर दिए गए हैं। ये जानकारी एक आरटीआई कार्यकर्ता कन्हैया कुमार के एक सवाल के जवाब में भारतीय स्टेट बैंक ने दिए हैं।
गौर करने वाली बात ये है कि चुनावी चंदा देने के लिए इन बॉन्ड्स की बिक्री पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के दौरान की गई है। ये बॉन्ड्स भारतीय स्टेट बैंक की नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई समेत 29 अधिकृत शाखाओं के माध्यम से खरीदे और भुनाए गए हैं।
राजनीतिक दलों के लिए चुनावी चंदे की ये योजना 2018 में शुरू की गई थी। जिसके तहत कोई भी भारतीय नागरिक, संस्था या कॉरपोरेट कंपनी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के लिए एक हजार, दस हजार, एक लाख और एक करोड़ मूल्य के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीद कर राजनीतिक दलों को गुप्त दान दे सकता है।
बीते साल तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, असम और पुड्डुचेरी चुनावों के दौरान भी दो चरणों में 764 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड भारतीय स्टेट बैंक से खरीदे गए थे। लेकिन इस बार इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए चुनावी चंदे के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं।