पंजाब में कांग्रेस का अंदरुनी झगड़े पर फिलहाल विराम लग गया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लुधियाना की एक वर्चुअल रैली में मंच पर मौजूद नवजोत सिंह सिद्धू के सामने ही चरणसिंह चन्नी को कांग्रेस का चेहरा घोषित किया। राहुल गांधी ने कहा कि पंजाब की जनता एक गरीब और दलित के बेटे को पंजाब में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर देखना चाहती थी। और ये फैसला पंजाब की जनभावनाओं को ध्यान में रखकर ही किया गया है। मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए कांग्रेस की ओर से की गई रायशुमारी में भी चरणजीत सिंह चन्नी को सबसे ज्यादा लोगों ने पसंद किया था।
इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू खुद को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करवाने के लिए कांग्रेस आलाकमान पर लगातार दबाव बना रहे थे। उनकी आवाज में पार्टी आलाकमान का विरोध तक झलकने लगा था। लेकिन आज चन्नी के नाम का एलान होने होने के बाद सिद्धू संयमित नजर आए। मंच पर उनकी बॉडी लैंग्वेज में भी तब्दीली देखने में आ रही थी। और ऐसा लग रहा था कि उन्होंने बेमन से ही सही, उन्होंने आलाकमान के फैसले को कबूल कर लिया है।
राहुल गांधी ने तमाम दबाव के बावजूद चरणजीत सिंह चन्नी के नाम का एलान कर एक तीर से कई निशाने साधे हैं। उन्होंने कांग्रेस के भीतर जी-23 को भी साफ और स्पष्ट संदेश दिया है कि पार्टी के भीतर आप अपनी बात तो कह सकते हैं, लेकिन फैसला पार्टी अपनी मर्जी से ही लेगी। गौरतलब है कि जी-23 के सदस्य और पंजाब से कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी को चुनाव प्रचार के लिए घोषित स्टार प्रचारकों की लिस्ट से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। मुमकिन है कि विधानसभा चुनावों के बाद जी-23 के कई और बड़बोले नेताओं पर गाज गिर सकती है।