उत्तर प्रदेश में कांग्रेस इसबार सरकार बनाने के लिए चुनाव नहीं लड़ रही है। कांग्रेस की कोशिश अपनी साख बनाने और साख बचाने की ही ज्यादा नजर आती है। प्रियंका गांधी का चुनाव प्रचार वोटरों में अलख जगाने के लिए ज्यादा नजर आता है। और जनता उसने राजनीतिक मुद्दों पर संवाद करती नजर आ रही है। प्रियंका गांधी को नौजवान लड़कियों का भारी समर्थन मिल रहा है। महंगाई और बेरोजगारी के सवाल पर जनता प्रियंका गांधी की बातों को गौर से सुनती है, लेकिन वो वोट भी कांग्रेस को करेगी, ये कहना जल्दबाजी होगी।
उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण के मतदान में अमेठी की सभी 4 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। अमेठी से ही राहुल गांधी को 2019 के चुनाव में स्मृति ईरानी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। जो कांग्रेस के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं था। लेकिन कांग्रेस अमेठी के अपने किले को छोड़ने को तैयार नहीं दिखती। लिहाजा विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने यहां काफी मेहनत की है। जिसका फायदा उन्हें चुनाव नतीजों में देखने को मिल सकता है।
उत्तर प्रदेश के 12 जिलों की 61 सीटों पर आज मतदान हो रहा है। जनता खुलकर राम मंदिर के मुद्दे को नकार रही है। उनका कहना है कि रोजी-रोटी चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा है। कमरतोड़ महंगाई है। बेरोजगारी चरम पर है। ऐसे में जात-पात पर वोट में कमी देखी जा सकती है। अमेठी जिले के तिलोई, जगदीश पुर, गौरीगंज और अमेठी के लोग इन्हीं मुद्दों पर सरकार से सवाल पूछना चाहते हैं, लेकिन बीजेपी के नेता इन सवालों पर कन्नी ही काटते नजर आते हैं। डबल इंडन की सरकार पांच साल चलाने के बाद भी बीजेपी के पास वोटरों के लिए सपनों का ताजमहल ही है। जिसके सहारे वो एक बार फिर से किला फतह करना चाहती है।