वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज इकोनॉमिक सर्वे 2022 संसद में पेश किया। आर्थिक सर्वे में अगले वित्त वर्ष यानी 2022-23 में विकास दर में गिरावट का अंदेशा जताया गया है। सर्वेक्षण में चालू वित्त वर्ष में विकास दर की रफ्तार 9.2 फीसदी रहेगी लेकिन अगले वित्त वर्ष यानी साल 2022-23 में 8-8.5 फीसदी ग्रोथ के साथ ही इसमें गिरावट का अनुमान लगाया गया है। आर्थिक सर्वे 1 अप्रैल 2022 से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष से पहले देश की आर्थिक सेहत यानी अर्थव्यवस्था की हालत का खाका खींचता है।
अब कल यानी 1 फरवरी 2022 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का आम बजट पेश करेंगी। साल 2014 में सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार का ये 10वां बजट होगा। वहीं बतौर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना चौथा बजट पेश करेंगी। देश में हो रहे पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव के मद्देनजर आम बजट में कुछ फौरी राहत की उम्मीद की जा रही है। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन से काम-धंधों पर काफी असर पड़ा है। बेरोजगारी चरम पर है। इसे कम करने के लिए छोटे और मझोले उद्योगों के लिए बजट में राहत पैकेज की उम्मीद की जा सकती है। जिसमें कई सेक्टरों के लिए टैक्स में रियायत शामिल हो सकते हैं।
संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किए जाने से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद के साझा सत्र को संबोधित कर बजट सत्र की विधिवत शुरूआत की। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में हाल के दिनों में मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की।